Free Scooty Scheme: राज्य सरकार छात्राओं को उच्च शिक्षा के प्रति जागरूक और प्रोत्साहित करने के लिए फ्री स्कूटी योजना चला रही है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों की छात्राओं को कॉलेज तक आने-जाने में सुविधा प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने वाली छात्राओं को मुफ्त में स्कूटी दी जाती है। इस योजना के माध्यम से छात्राएं उच्च शिक्षा तक आसानी से पहुंच सकेंगी और उन्हें किसी प्रकार की परिवहन समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इलेक्ट्रिक एक्टिवा का मिल रहा है लाभ
सरकार अब इस योजना के तहत छात्राओं को इलेक्ट्रिक एक्टिवा भी उपलब्ध कराने जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और छात्राओं को आधुनिक, सुविधाजनक परिवहन का साधन उपलब्ध कराना है। इलेक्ट्रिक एक्टिवा मिलने से छात्राओं को पेट्रोल का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा और प्रदूषण भी कम होगा। इसके अलावा छात्राएं अपने समय का बेहतर उपयोग कर सकेंगी और शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगी।
ग्रामीण छात्राओं को मिलेगा सीधा लाभ
फ्री स्कूटी योजना खासतौर पर उन छात्राओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है जो ग्रामीण इलाकों में रहती हैं। अक्सर देखा जाता है कि ग्रामीण छात्राओं को कॉलेज जाने में परिवहन की भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सरकार की इस योजना के माध्यम से अब इन छात्राओं को मुफ्त में स्कूटी दी जा रही है ताकि वे बिना किसी परेशानी के उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। इससे उनके शैक्षणिक स्तर में भी तेजी से सुधार होगा।
स्कूटी योजना के अंतर्गत चल रही विशेष योजनाएं
राजस्थान सरकार फ्री स्कूटी योजना के तहत अलग-अलग श्रेणियों के लिए तीन प्रमुख योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं के माध्यम से मेरिट के आधार पर योग्य छात्राओं का चयन किया जाता है और उन्हें स्कूटी प्रदान की जाती है।
कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति की छात्राओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिए छात्रा को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के साथ-साथ परिवार की वार्षिक आय दो लाख पचास हजार रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना विशेष रूप से अति पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए है। इस योजना के अंतर्गत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की छात्राओं को न्यूनतम 60% अंक और राज्य बोर्ड की छात्राओं को 50% अंक प्राप्त करने की शर्त रखी गई है।
मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत दिव्यांगजन छात्राओं को भी स्कूटी प्रदान की जा रही है। इस योजना में न्यूनतम 50% दिव्यांगता वाले छात्राओं को शामिल किया गया है और उनकी आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
छात्राओं को शिक्षा के लिए मिल रही विशेष सुविधा
सरकार की इस योजना के माध्यम से राज्य की छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए मजबूत प्रोत्साहन दिया जा रहा है। स्कूटी मिलने के बाद छात्राएं अपनी पढ़ाई को गंभीरता से आगे बढ़ा सकेंगी और समय की बचत भी कर पाएंगी। साथ ही सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक एक्टिवा को शामिल करने का निर्णय पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है। यह योजना छात्राओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि उन्हें सामाजिक और शैक्षणिक रूप से भी सशक्त करेगी।
आवेदन प्रक्रिया
जो भी छात्राएं फ्री स्कूटी योजना का लाभ लेना चाहती हैं, उन्हें सबसे पहले राज एसएसओ पोर्टल पर जाकर वन टाइम रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद छात्राएं अपने यूजरनेम और पासवर्ड के माध्यम से पोर्टल पर लॉगिन कर सकती हैं। लॉगिन करने के बाद स्कूटी वितरण योजना के विकल्प का चयन करना है और आवेदन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरना है।
आवेदन करते समय छात्रा को अपनी व्यक्तिगत जानकारी और शैक्षणिक योग्यता से संबंधित विवरण सही तरीके से दर्ज करना होगा। सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करने के बाद आवेदन फॉर्म को सबमिट करना होगा। आवेदन पूरा हो जाने के बाद उसका प्रिंट आउट लेकर सुरक्षित रखना आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उसका उपयोग किया जा सके।